'एवरीथिंग शावर' ट्रेंड में शावर के समय विभिन्न प्रकार के सेल्फ केयर को शामिल किया जाता है, लेकिन रोजाना ऐसा करने से त्वचा रूखी और चिड़चिड़ी हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सप्ताह में लगभग 3 बार नहाना उचित है, और हल्के गर्म पानी से 15 मिनट से कम समय तक नहाना चाहिए।
नहाना न केवल सफाई बनाए रखने में मदद करता है बल्कि रक्त संचार, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने जैसे स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है, इसलिए व्यक्ति की त्वचा की स्थिति के अनुसार उचित नहाने की आदत बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
क्या आपने हाल ही में सोशल मीडिया पर फैले 'एवरीथिंग शावर' ट्रेंड के बारे में सुना है? इसका मतलब है कि शावर के समय क्लेंजिंग, एक्सफोलिएशन, शेविंग, मॉइस्चराइजिंग जैसी कई तरह की सेल्फ-केयर एक्टिविटीज को एक साथ करना। यह ट्रेंड बाथरूम में आराम से समय बिताने और स्पा अनुभव के समान, सभी ब्यूटी रूटीन को प्रभावी ढंग से पूरा करने के एक तरीके के रूप में ध्यान आकर्षित कर रहा है।
लेकिन इसे रोजाना करना सही नहीं है। क्योंकि इसमें बहुत समय और पानी लगता है, और यह आपकी त्वचा के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
एवरीथिंग शावर का उद्गम और ट्रेंड
यह ट्रेंड टिकटॉक पर 40 करोड़ से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और असल में प्राचीन रोमन काल से ही आराम से नहाने का चलन रहा है। पहले इसका कोई खास नाम नहीं था, लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया के ज़रिए यह ट्रेंड फिर से सामने आया है।
एक्सपर्ट्स की राय
लेकिन एक्सपर्ट्स चेतावनी देते हैं कि रोज़ाना लंबे समय तक नहाना त्वचा के लिए नुकसानदेह हो सकता है। त्वचा विशेषज्ञ डॉ. ममीना टुरेगानो ने बताया, "एवरीथिंग शावर बहुत आरामदायक और स्पा जैसा अनुभव लगता है। लेकिन लंबे समय तक नहाने से त्वचा रूखी या चिड़चिड़ी हो सकती है।"
शावर की ताकत और महत्व
शावर न केवल धूल, पसीने, मृत त्वचा और गंदगी को दूर करता है, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है, दर्द को कम करता है, नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है और थकावट दूर करता है। इसके अलावा यह मानसिक स्वास्थ्य, सीखने की क्षमता और याददाश्त पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
कितनी बार नहाना चाहिए?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि हफ़्ते में 3 बार नहाना काफी है। आपकी त्वचा की स्थिति, एक्टिविटी लेवल और रहने की जगह के हिसाब से ये अलग-अलग हो सकता है, लेकिन ज़्यादा बार या लंबे समय तक नहाने से त्वचा को नुकसान हो सकता है।
शावर का तापमान और समय का महत्व
नहाते समय हल्के गर्म पानी का इस्तेमाल करें और 15 मिनट से ज़्यादा न नहाएं। सही तापमान बनाए रखना ज़रूरी है। बहुत गर्म पानी त्वचा के प्राकृतिक तेल और नमी को छीन सकता है, और लंबे समय तक नहाने से त्वचा रूखी हो सकती है।
अच्छे उत्पादों और नियमित शावर का महत्व
अच्छी क्वालिटी के उत्पादों का चुनाव करें और नहाने के बाद मॉइस्चराइजर लगाएं। अपनी त्वचा की स्थिति और संवेदनशीलता के हिसाब से सही देखभाल करना ज़रूरी है।
निष्कर्ष
शावर सिर्फ़ साफ़-सफाई ही नहीं, बल्कि आपकी सेहत और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। अपने लिए सही तरीका खोजें और देखभाल करें। ज़रूरत से ज़्यादा पानी बर्बाद करने और त्वचा के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए, एक सही शावर रूटीन बनाए रखें।