विषय
- #त्वचा रोग विशेषज्ञ की सलाह
- #त्वचा में संक्रमण
- #संवेदनशील शरीर के अंग
- #इनग्रोन हेयर
- #चिमटी से बाल हटाना
रचना: 2024-04-20
रचना: 2024-04-20 17:32
क्या आप में से बहुत से लोग घर पर चिमटी से बाल निकालते हैं? लेकिन ठुड्डी के बाल, निप्पल के बाल, इनग्रोन हेयर आदि को चिमटी से निकालने पर संक्रमण या घाव का खतरा होता है। त्वचा रोग विशेषज्ञ ने खुद बताया है कि किन शरीर के अंगों पर चिमटी से हेयर रिमूवल नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं।
हमारे शरीर के छोटे-छोटे बालों को अगर हम लापरवाही से चिमटी से छू लेते हैं, तो बड़ी परेशानी हो सकती है। चिमटी का इस्तेमाल सिर्फ़ भौंहों को संवारने के लिए ही करना चाहिए, बाकी त्वचा के पास नहीं लाना चाहिए। क्योंकि इससे बहुत बड़ा खतरा हो सकता है। हाल ही में एक पुरुष के इनग्रोन हेयर को हटाने के दौरान उसे सेप्सिस (रक्त संक्रमण) हो गया था और उसकी हालत गंभीर हो गई थी।
यह सिर्फ़ एक साधारण सा हेयर रिमूवल था, लेकिन इतना खतरनाक क्यों हो गया? ब्रिटिश त्वचा रोग विशेषज्ञ एन नायनन ने 5 ऐसे शरीर के अंगों की सूची बनाई है जिन पर चिमटी से बाल नहीं निकालने चाहिए।
हमारे शरीर के ज्यादातर हिस्सों में रोमकूप (हेयर फॉलिकल) होते हैं, इसलिए स्तन के आसपास बाल होना सामान्य बात है। लेकिन यह हिस्सा बहुत संवेदनशील होता है, और अगर यहां बाल निकाले जाएँ तो त्वचा में जलन, संक्रमण, सूजन जैसी परेशानियां हो सकती हैं। अगर लालिमा या सूजन हो जाए तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। और अगर हेयर रिमूवल करवाना ही है तो कैंची से बाल काटना सुरक्षित रहेगा, ऐसा नायनन ने बताया।
तिल के ऊपर उगे बालों को कभी नहीं निकालना चाहिए। तिल त्वचा कैंसर का संकेत हो सकता है, और बालों को निकालने से तिल का आकार बदल सकता है, जिससे खतरा हो सकता है। अगर तिल में विषमता, रंग में परिवर्तन, आकार में परिवर्तन, पपड़ी, खुजली जैसी कोई भी परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
नाक के बाल धूल-मिट्टी, कीड़े-मकोड़े जैसी बाहरी चीजों को रोकने में मदद करते हैं। नाक के बालों को लापरवाही से निकालने से घाव और संक्रमण का खतरा रहता है। अगर नाक के बाल लंबे हो गए हैं तो सुरक्षित कैंची या स्पेशल ट्रिमर से सावधानीपूर्वक काट लें।
कमर के आसपास की त्वचा बहुत संवेदनशील और नाजुक होती है। अगर इस हिस्से से बालों को जबरदस्ती निकाला जाए तो त्वचा में लालिमा, दर्द, संक्रमण, सूजन, इनग्रोन हेयर जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसके बजाय, शेविंग, हेयर रिमूवल क्रीम, वैक्सिंग जैसे सुरक्षित तरीकों का इस्तेमाल करना बेहतर है।
शेविंग या वैक्सिंग के बाद भी इनग्रोन हेयर हो सकते हैं। अगर इन्हें निकाला जाए तो त्वचा में लालिमा, मवाद, संक्रमण जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए इन्हें जबरदस्ती निकालने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। एक्सफोलिएशन (स्क्रबिंग) से बालों को सही तरह से बढ़ने में मदद मिलती है, जो कि बेहतर तरीका है।
इनग्रोन हेयर (ingrown hair)
इसे मैमल हेयर भी कहा जाता है, और यह त्वचा के अंदर उल्टी दिशा में उगने वाला बाल होता है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है, यह बाल त्वचा के बाहर नहीं, बल्कि त्वचा के अंदर उगता है। त्वचा की सतह पर मृत त्वचा कोशिकाओं और सीबम के जमा होने के कारण रोमकूप (हेयर फॉलिकल) बंद हो जाता है, जिससे यह समस्या होती है। हर किसी को कभी न कभी यह समस्या हो सकती है, लेकिन खासकर जिनके बाल बहुत घुंघराले होते हैं या शेविंग से पहले या बाद में ज़्यादा ब्रश करते हैं, उनमें इनग्रोन हेयर होने की संभावना ज़्यादा होती है।
यह बाल तो नहीं है, लेकिन पके हुए मुंहासों को चिमटी से फोड़ने से बैक्टीरिया त्वचा के अंदर तक फैल सकता है, जिससे संक्रमण, सूजन और नए मुंहासे हो सकते हैं। बेहतर है कि मुंहासों को साबुन से धीरे-धीरे साफ़ करें और खुद-ब-खुद ठीक होने दें।
छोटी सी गलती बड़ा नुकसान कर सकती है। हमारे शरीर पर उगे छोटे बालों या मुंहासों को चिमटी से निकालना एक सामान्य सी बात लग सकती है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा करने से त्वचा पर बड़े घाव और संक्रमण हो सकते हैं। स्वस्थ त्वचा की देखभाल के लिए सावधानी बरतना ज़रूरी है। अगर कोई परेशानी हो तो डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।
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